अक्षय़ तृतीया के शुभ अवसर पर धन प्राप्ती का उपाय

अक्षय तृतीया अक्षय तृतीया वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं , उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। वैसे तो सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती है , किंतु वैशाख माह की तिथि स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है। महत्व अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी विशेष महत्व है। इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे विवाह , गृह-प्रवेश , वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी या घर , भूखंड , वाहन आदि की खरीददारी से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं। नवीन वस्त्र , आभूषण आदि धारण करने और नई संस्था , समाज आदि की स्थापना या उदघाटन का कार्य श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन पितरों को किया गया तर्पण तथा पिन्डदान अथवा किसी और प्रकार का दान , अक्षय फल प्रदान करता है। इस दिन ...